online paise kaise kamaye in share market केवल 2 दिन में 100% गारंटी के साथ

हेलो दोस्तो अगर आपने गूगल पे search किया होगा online paise kaise kamaye in share market तो आप सही जगह पर आए है तो में आज आपको बताने वाला है कुछ ऐसे तरीके जिससे आप घर पर ही पैसे कमा सकते है हेना मजे की बात दोस्तो तो हम कैसे पैसे कमाए वो भी घर पर तो इसके लिए आपको थोड़ा स्मार्ट होना होगा जिससे कि आप पैसे कमा सके मुझे पाता आप बहुत स्मार्ट है इसलिए आप एक आर्टिकल पड़ रहे हो तो आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है बस आपके पास एक लैपटॉप या अपना मोबाइल जिसमे एक इंटरनेट की जरूरत पड़ेगी बस फिर क्या दोस्तो हम पैसे कमा सकते है बो भी अभी तो जानने के लिए पड़ते रहिए पूरा आर्टिकल में आपको कुछ ऐसे तरीके बताने बाला हु जिससे आप दो दिन में ही 500 rupes से लेकर 1000 rupes कमा सकते है हर रोज तो इसलिए ध्यान से पढ़िए

आप online paise kamana chahte hai तो इन बिन्दुओं को जरूर पढ़ें

  • DEMAT ACCOUNT
  • OPTION TRADING
  • INTRADAY TRADING
  • EQUITY TRADING

DEMAT ACCOUNT

अगर आप शेयर मार्केट से से पेसे कमाना चाहते है तो आपको सबसे पहले एक demat account open करना होता है जिससे आप स्टॉक मार्केट या शेयर मार्केट से पेसे कमा सकते free demat account खोलने के लिए आप इस पर क्लिक करके आप अपना खुद का एक demat अकाउंट खुद खोल सकते है यह बिल्कुल फ्री मे खुलता पर यह कुछ दिनों के बाद इसमे पेसे लगने शुरू हो सकते है इसका कारण हर दिन इंडिया मे demat अकाउंट बहुत ज्यादा खोले जा रहे है जिससे हो सकता है इसमे बाद मे पेसे लगना शुरू हो जाए इसलिए आप भी जल्द अपना एक demat अकाउंट खुलबा ले अगर आपके मन मे यह सवाल आ रहा होगा की क्या docoment लगते है तो आर्टिकल को पूरा पड़े

demat account खोलने के लिए किन किन docoment की जरूरत पड़ती है जाने

  • DIGITAL LOCKER (GOVERMENT APP)
  • BANK PASSBOOK
  • PAN CARD
  • AADHAR CARD
  • EMAIL ID
  • MOBILE NUMBER

DIGITAL LOCKER

यह एक goverment का ऐप्लकैशन है इसमे आपको log in करना होगा उसके बाद जिसमे आपके सभी डोकोमेन्ट को अपलोड किया जाता है इसमे आपको अपने pen card और आधार कार्ड को अपलोड करना होगा यह बिल्कुल आसान है

BANK PASSBOOK

आपके पास किसी भी बैंक का account होना चाहिए जिसमे आपको अपना अकाउंट नंबर और बैंक का IFSC CODE डालना जरूरी होता है और आपको बैंक अकाउंट उसका डालना होगा जो demat अकाउंट खुलबा रहा है

PAN CARD

पेन कार्ड मे आपका नाम सही होना चाहिए और आपके जो पेन कार्ड मे sing. होंगे बेसे ही आप demat अकाउंट के फार्म मे करेगे अन्यथा अकाउंट रिजेक्ट हो जाता है

AADHAR CRAD

AADHAR CRAD आपके पास होना चाहिए औरे आपके आधार कार्ड मे जो नंबर लिंक होता है बो नंबर आपके पास होना चाहिए जिससे आपको एक वन टाइम पासवर्ड यानि OTP मिलेगा जो आपको वेरीफई के लिय डालना होगा

EMAIL -ID

email id आपके पास होना जरूरी है जिससे आपको demat account मे update करना होगा जिस पर एक otp मेलेगा और उसी पर आपको demat account की user id मेलेगी इसलिए आपको एक email id की जरूरत पड़ेगी

MOBILE NUMBER

एक मोबाईल नंबर की जरूरत पड़ेगी जिससे आपको अकाउंट खोलने मे otp मेलेगी

INTRADAY TRADING

INTRADAY TRADE ट्रैडिंग तीन प्रकार की होती पर मे आपको इस आर्टिकल मे केवल यह बताने बाला हु जिससे आप हर दिन पेसे कमा सकते है अगर आप ट्रैडिंग के बारे मे और जानना चाहते है गहराई से तो आप यह पर क्लिक करके पड़ सकते है TRADING KYA HAI और कितने प्रकार की होती है

जब हमारे पास एक demat account खुल जाता है तब हम stock market या शेयर मार्केट मे हम किसी कंपनी के शेयर को खरीद सकते है और शेयर को बेच सकते है जिससे हम मुनाफा कमा सकते है जिसे हम स्टॉक मार्केट कहते है

यह आपको जानना चाहिए

मुझे पता है अगर आप आर्टिकल को पूरा पड़ेगे तो आपको कोई भी दिक्कत का सामना करना नहीं पड़ेगा दोस्तों यह जानना बहुत जरूरी है की online paise kaise kamaye in share market से इसके लिए हमे स्टॉक मार्केट की अच्छी तरह से जानकारी जानना जरूरी है की शेयर मार्केट कैसे काम करता है अगर आप पूरा आर्टिकल पड़ेगे तो आपको पूरी जानकारी पड़ने को मिलेगी तो दोस्तों शेयर मार्केट से पेसा कमाना बहुत आसान है हम कहे सकते है की आप 1 मिनट मे हजारों पेसे कमा सकते है यह बिल्कुल 100% सही है पर इसके लिए आपको मार्केट को समझना पड़ेगा की मार्केट कैसे काम करता है अगर आप यह नहीं जानोगे और अपना पूरा पेसे मार्केट मे इन्वेस्ट करदेगे तो आप अपने पेसे गवा भी सकते है यह 100 % सत्य है पर आप यह पड़ कर आप इतना समझ गए होंगे की कितना रिस्क है और कितना प्रॉफ़िट है चलो और आगे पड़ते है मे आशा करता हु की आपको शेयर मार्केट के बारे मे कुछ अच्छी जानकारी पड़ने को मिल रही होगी और आप अगर मार्केट अच्छी तरह समझ कर पेसे को इन्वेस्ट कारेगे तो हमेशा मुनाफे मे रहेगे

तो दोस्तों अगर आपने सुना होगा कही की आज निफ्टी 100 पॉइंट या सेंसेक्स 500 पॉइंट बडा है और आज मेने बहुत पेसे कमाए यह आपने अगर सुना होगा तो आपको इसका मतलब आज आप जान पाओगे की निफ्टी क्या होती इसके लिए आप इस आर्टिकल को पड़ सकते है निफ्टी क्या है

INTRADAY TRADING

अगर आप बहुत जल्दी पेसा कमाना चाहते है तो ध्यान से पड़े intraday trading से हम बहुत पेसा कमा सकते है पर इसके लिए आपको चार्ट पड़ना सीखना होगा की चार्ट कैसे काम करता है आज मे आपको intraday trade nifty और निफ्टी बैंक के बारे मे बताने जा रहा हु जिससे आप अच्छा पेसा कमा सकते है पहले आपको समझना होगा की nifty और nifty bank क्या है इसका बिवरण मेने आर्टिकल मे दिया है आप वहाँ जाकर पड़ सकते है की निफ्टी क्या है और niftybank क्या है

निफ्टी 50 मे इंडिया की टॉप 50 कंपनी लिस्ट रहती है और nifty बैंक मे 12 बैंक लिस्ट रहेती है चलो हम इतना तो जान गए होंगे की निफ्टी 50 क्या है और बैंक निफ्टी

UPSTOX पे free demat account खोलने के लिए और कैसे खोलते है पूरी जानकारी पड़े

UPSTOX

NIFTY 50 AND BANKNIFTY मे trading कैसे करते है इसको पता करने के लिए हमे अपने upstox अकाउंट को खोलना पड़ेगा और वहाँ सर्च पर टाइप करेगे nifty 50 फोटो की माध्यम से हम देखते है

इसमे हमे overview और chart एण्ड option chain यह ऑप्शन देखने को मिलएगे जिससे आप निफ्टी 50 या बैंक निफ्टी मे ट्रैडिंग कर सकते है

जब आप option पर क्लिक करेगे तो आपको कुछ function देखेंगे जिसे हमें आपके लिए explain क्या है उनको जिससे आपको कोई दिक्कत नहीं होगी उन फ्यूचरों को देख कर

  • STRIKE PRICE
  • LTP
  • OI(LAKHS)
  • IV (%)

STRIKE PRICE

Strike price क्या है ? स्ट्राइक प्राइस (strike price)एक पूर्व निर्धारित कीमत होता है, जिस पर खरीदार और विक्रेता एक विकल्प(option) अनुबंध पर सहमत होते हैं । कॉल ऑप्शन खरीदते समय, विकल्प धारक विक्रेता से सिक्यूरिटी खरीदता है, जबकि एक पुट ऑप्शन खरीदते समय, विकल्प धारक विक्रेता को सिक्यूरिटी बेचता है।

LTP

शेयर मार्केट में एलटीपी क्या है?
एलटीपी का फुल फॉर्म “लास्ट ट्रेड प्राइस / लास्ट ट्रेडेड प्राइस” है। शेयर बाजार में, हजारों ट्रेडर (खरीदार और विक्रेता) अलग-अलग कीमतों पर स्टॉक के लिए बोली लगाते हैं।

वह कीमत जिस पर किसी खरीददार और विक्रेता के बीच फाइनल ट्रेड होता है, उसे लास्ट ट्रेडेड प्राइस कहा जाता है।

उदाहरण के लिए, मैंने सुबह 9:16 बजे ‘डॉ रेड्डी स्टॉक प्राइस’ को देखा, और उस समय स्टॉक की कीमत ₹4,959 थी।

फिर से 10:55 बजे मैंने गूगल पर ‘डॉ रेड्डी स्टॉक प्राइस ’को देखा और कीमत बदलकर ₹5,210.75 हो गई।

इसलिए जो कीमत आप सुबह 10 बजे या कभी भी देखते हैं, वह स्टॉक का लास्ट ट्रेडेड प्राइस है। आईये हम ट्रेडिंग में एलटीपी (LTP) का अर्थ एप्पल के उदाहरण के साथ समझे।

मान लें कि आप असंगठित मार्केट में एप्पल खरीदने जाते हैं:

फल विक्रेता अशोक ₹100 प्रति किलो पर एप्पल बेच रहा हैं। (इसे ‘आस्क प्राइस’ कहा जाता है)।
लेकिन आप केवल ₹80 का भुगतान करने को तैयार हैं (इसे ‘बिड प्राइस’ कहा जाता है)।
अशोक के ठीक बगल में, एक और फल विक्रेता है,जो समान गुणवत्ता वाले एप्पल ₹85 प्रति किलो (दूसरा ’आस्क प्राइस’) बेच रहा है। आपको लगता है कि यह एक अच्छा सौदा है और एप्पल ₹85 पर खरीदते है।
जिस मूल्य पर विक्रेता बेचने के लिए सहमत हुआ और आप एप्पल खरीदने के लिए सहमत हुए उसे ट्रेडेड मूल्य कहा जाता है।
इसी प्रकार शेयर बाजार में, एक निश्चित प्राइस पर शेयर बेचने को ’आस्क प्राइस’ कहा जाता है। खरीदारों को शेयर के लिए एक निश्चित मूल्य का भुगतान करना पड़ता है, जिसे ‘बिड प्राइस’ कहा जाता है।

जब विक्रेता का ‘बिड प्राइस’ खरीदार के ‘आस्क प्राइस’ के साथ मेल खाता है, तो ट्रेड होता है। जिस मूल्य पर ट्रेड होता है, उसे ट्रेडेड प्राइस कहते हैं।

स्टॉक मार्केट में हर सेकंड हजारों लोग शेयर खरीदते और बेचते हैं। प्रत्येक ट्रेड की तरह, ट्रेड मूल्य में परिवर्तन होता है, और प्रत्येक मूल्य परिवर्तन को ‘अंतिम ट्रेडेड मूल्य’ कहा जाता है।

अब जब आप एलटीपी (LTP) की अवधारणा को समझ गए हैं। आइए समझते हैं कि एलटीपी (LTP) निर्धारित करने में ट्रेडिंग वॉल्यूम कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

OI(LAKH)

ओपन इंटरेस्ट वो संख्या है जो हमें बताती है कि बाजार में इस समय फ्यूचर या ऑप्शंस के कितने कॉन्ट्रैक्ट आउटस्टैंडिंग हैं या अभी तक बंद नहीं किए गए हैं।

IV%

ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की इंप्लायड वॉलेटिलिटी(आईवी) से पता चलता है कि ट्रेडर्स उसके अंडरलाइंग इंडेक्स या स्टॉक के नियर टर्म रिस्क के बारे में क्या सोच रहे हैं। यह ऑप्शन की कीमत तय करने में काम आने वाले अहम फैक्टर्स में से एक है। आमतौर पर वॉलेटिलिटी ज्यादा होने पर ऑप्शन की कीमत भी ज्यादा होती है। किस ऑप्शन की आईवी कब कितनी है, इसका हिसाब उसके लास्ट ट्रेडेड प्राइस से लगाया जाता है।

CALL & PUT

कॉल ऑप्शन की परिभाषा
खरीदार और विक्रेता के बीच एक व्युत्पन्न अनुबंध जिसमें खरीदार को स्ट्राइक प्राइस पर एक निश्चित तारीख तक अंतर्निहित परिसंपत्ति खरीदने का अधिकार प्रदान किया जाता है। जब आप कॉल विकल्प खरीदते हैं, तो आप भविष्य में एक निश्चित तिथि पर या उससे पहले निश्चित तारीख पर वित्तीय उत्पाद खरीदने का अधिकार खरीदते हैं। इसके लिए, आपको प्रीमियम के रूप में एक अग्रिम लागत का भुगतान करना होगा।

जब खरीदार कॉल विकल्प से स्टॉक खरीदने के लिए अपने विकल्प का उपयोग करता है, तो विक्रेता स्टॉक को बेचने के लिए बाध्य होता है, पहले पार्टियों द्वारा सहमत मूल्य पर। स्टॉक मार्केट के सभी उपकरण कॉल ऑप्शन जैसे स्टॉक, बॉन्ड, करेंसी, कमोडिटीज़ और बहुत कुछ में कवर होते हैं।

पुट ऑप्शन की परिभाषा

पुट ऑप्शन को दो पक्षों, खरीदार और विक्रेता के बीच एक विकल्प अनुबंध के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसके तहत खरीदार को स्ट्राइक प्राइस पर एक निश्चित तारीख तक अंतर्निहित परिसंपत्ति को बेचने का अधिकार है। विकल्प के खरीदार को ऐसे अधिकार अर्जित करने के लिए प्रीमियम का भुगतान करना होगा। जब आप पुट विकल्प खरीदते हैं, तो आप एक निश्चित मूल्य पर, भविष्य की तारीख से पहले या उससे पहले, शेयरों को बेचने का अधिकार अर्जित करते हैं।
एक बार जब खरीदार अंतर्निहित परिसंपत्ति को बेचने के लिए अपने सही विकल्प का उपयोग करता है, तो विक्रेता के पास सहमत मूल्य पर संपत्ति खरीदने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है। तो, विक्रेता वित्तीय साधन खरीदने के लिए बाध्य है। दूसरे शब्दों में, कॉल विकल्प का रिवर्स एक पुट विकल्प है।

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