अगर आप Business News और Magazine पढ़ते क्या देखते हैं तो आप ने DII के बारे में ना सुना हो ऐसा हो नहीं सकता! हर दिन बिजनेस चैनल पर मार्केट बंद होने के बाद और खुलने से पहले इस बात का एक बार जरूर एनालिसिस किया जाता है कि आज शेयर मार्केट में DII ने कितने की खरीदारी या बिकवाली की है !
DII का Full Form होता है Domestic Institutional Investors भारत के जो Finacial Institutional है वे भारतीय शेयर बाजार में जो कुल खरीदारी या बिकवाली करते है उसका Total, जैस की अगर आज DII शेयर मार्केट में 5000 Cr. की खरीदारी करते है और 4500 Cr. की Total बिकवाली तो आपको य़ह देखने को मिलेगा आज DII ने 500 Cr. की खरीदारी की है!
बहुत से लोग DII के डाटा को बहुत अच्छे से Analysis करते है लेकिन DII के डाटा से आपको यह पता नहीं चलता कि उसने कौन से शेयर को खरीदा है और कौन से शेयर को बेचा है अगर आप एक Nifty या Bank Nifty Trader है तो आप इससे Index के बारे मे एक View बना सकते है!
DII Data का उपयोग
अगर आप FII – DII के डाटा का उपयोग Market के Overall Sentiment का पता लगाने के लिए कर सकते हैं इससे आपको यह पता चलता है कि जो बड़े-बड़े Institutional है जिनके पास हमारे से अधिक पैसा है और जिनके पास हमारे से अधिक समझ है वह अभी मार्केट को किस तरीके से देख रहे हैं अगर उनको लगता है कि आने वाले समय में यह बढ़ने वाला है तो वह गद्दारी अधिक करते हैं और अगर उनको लगता है कि आने वाले समय में शेयर बाजार में गिरावट आ सकती है तो वह बिकवाली अधिक करते हैं !
लेकिन आप केवल इसी के आधार पर ही कोई Trade या Investment नहीं कर सकते है, क्योंकि आपको यह पता नहीं चलता कि उन्होंने कौन से शेयर में खरीदारी की है और कौन से शेयर में बिकवाली की है! DII के किसी शेयर के खरीदने और बेचने के कई कारण हो सकते हैं!
भारत में DII कौन कौन से है :-
- Indian Mutual Fund Company
- Indian Insurance Company
- Local Pension Fund
- Banking & Financial Institution
ये सभी Domestic Institutional Investors में आते है, अगर आप इन सभी में देखे तो यह सभी वही पैसे को निवेश करते है जो कि लोग इन सभी में जमा कराते है! अगर देश के लोग Mutual Fund Company में अगर पैसा जमा करे तो मार्केट चाहे कैसा भी हो उनको इसे निवेश करना ही होगा और अगर बहुत से लोग अगर Mutual Fund Company से Redeem करे तो उनको शेयर बाजार से पैसा निकलना ही होगा, तो इस तरह से अगर आप कहे तो गलत नहीं होगा की DII का डाटा बहुत हद तक देश के लोगो का Economic के बारे में क्या सोच रहे है उसके बारे में बताता है!